मातृ सदन ने एक बार फिर से गंगा के लिए की अनशन की घोषणा.. पहले भी तीन सन्त गंगा के लिए दे चुके हैं अपने प्राणों की आहुति..

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हरिद्वार ( GKM न्यूज़ रिज़वान अहमद ) गँगा की निर्मलता और अविरलता के लिए काम करने वाली संस्था मातृ सदन ने एक बार फिर से अनशन की घोषणा कर दी है मातृ सदन में गंगा की निर्मलता के लिए कई बार अनशन हो चुके हैं और अनशन करते हुए तीन संतों ने अपने प्राणों की आहुति भी दे दी इसमें ज्ञान स्वरूप सानंद भी शामिल है मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने बताया है कि गँगा से जुडी छह सूत्रीय माँगो को लेकर उनकी शिष्या साध्वी पद्मावती 15 दिसंबर को आश्रम में ही अनशन शुरू करेंगी।

-मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद का कहना है कि स्वामी ज्ञान स्वरुप की अनशन के दौरान मृत्यु के बाद मातृ सदन के संत आत्मबोधानंद ने उनके अनशन को जारी रखा और 4 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन पर अपने अनशन को स्थगित कर दिया लेकिन उनकी अधिकांश माँगे आज तक पूरी नहीं हुई और उन्ही माँगो लेकर मातृ सदन की साध्वी 15 दिसंबर को अनशन शुरू करेगी स्वामी शिवानंद ने अपनी छह माँगे बताई है उत्तराखंड में गँगा नदी पर निर्माणधीन और प्रस्तावित सभी परियोजनाओं को तत्काल बंद करने हरिद्वार में गँगा नदी नदी में हो रहे खनन पर पूर्णतया रोक लगे गँगा से पांच किलोमीटर दूर स्टोन क्रेशर बनाने और हरिद्वार के वर्तमान पुलिस कप्तान को तुरंत हटाने की मांग प्रमुख है।

गंगा को लेकर मातृ सदन में कई अनशन हो चुके हैं और अनशन करते हुए तीन संतों ने अपना बलिदान भी दिया है मगर उसके बावजूद भी गंगा की अविरलता और निर्मलता की बातें करने वाली सरकार अब तक गंगा को पूरी तरह शुद्ध नहीं कर पाई है अब एक बार फिर मातृ सदन में शिवानंद की शिष्य साध्वी पद्मावती गंगा की अवतार और निर्माता के लिए अपना अनशन शुरू करेगी अब देखना होगा मातृ सदन में गंगा के लिए एक बार फिर से शुरू होने वाले अनशन पर सरकार कितना ध्यान देती है.

बयान- स्वामी शिवानंद परमाध्यक्ष मातृ सदन

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